Gold price Today 7 March 2024: आज यानी 7 मार्च 2024 को सोने की कीमतों ने भारतीय सर्राफा बाजार में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। आज सुबह सभी बड़े शहरों में 24 कैरेट सोना ₹65,000 के पार खुला।
आइए विस्तार से जानें आज के सोने के भाव और इसके पीछे के संभावित कारणों को:
आज का सोने का भाव (Gold Prices Today)
कैरेट (Carat) | औसत भाव (Average Price) (₹ प्रति 10 ग्राम) |
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24 कैरेट | ₹65,049 |
23 कैरेट | ₹64,789 |
22 कैरेट | ₹59,584 |
18 कैरेट | ₹48,786 |
जैसा कि आप देख सकते हैं, सोने की कीमतों में आज पूरे भारत में उछाल आया है।
Gold price Today 7 March 2024: सोने का भाव आज 7 मार्च 2024
शहर (City) | 24 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | 22 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) |
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दिल्ली | ₹65,710 | ₹58,890 |
मुंबई | ₹65,560 | ₹58,740 |
कोलकाता | ₹65,560 | ₹59,040 |
चेन्नई | ₹66,440 | ₹60,150 |
बेंगलुरु | ₹65,560 | ₹60,100 |
हैदराबाद | ₹65,910 | ₹60,090 |
अहमदाबाद | ₹65,410 | ₹58,790 |
पुणे | ₹65,860 | ₹59,710 |
जयपुर | ₹65,710 | ₹58,330 |
मेरठ | ₹65,760 | ₹60,600 |
गुड़गांव | ₹65,810 | ₹61,100 |
जालंधर | ₹65,660 | ₹60,900 |
लुधियाना | ₹65,610 | ₹59,990 |
राजकोट | ₹65,360 | ₹59,730 |
वडोदरा | ₹65,460 | ₹58,790 |
वाराणसी | ₹65,610 | ₹60,940 |
सोने की कीमतों में उछाल के कारण (Reasons Behind Rising Gold Prices)
सोने की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई कारक हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- वैश्विक बाजार में अस्थिरता (Global Market Volatility): हाल ही में वैश्विक बाजार में काफी अस्थिरता देखी गई है। भू-राजनीतिक तनाव और मंदी की आशंकाओं ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करने के लिए प्रेरित किया है, जिसका फायदा सोने को हुआ है।
- बढ़ती महंगाई (Rising Inflation): दुनियाभर में महंगाई बढ़ रही है, जिससे सोने को एक हेजिंग विकल्प के रूप में माना जाता है। महंगाई के दौरान, सोने की कीमत स्थिर रहती है या बढ़ती है, जिससे निवेशकों की संपत्ति का मूल्य बना रहता है।
- डॉलर के कमजोर होने की उम्मीद (Expectation of a Weaker Dollar): अगर अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं। क्योंकि सोना अक्सर डॉलर में खरीदा जाता है, तो डॉलर के कमजोर होने से सोना सस्ता हो जाता है, जिससे मांग बढ़ जाती है।
- भारतीय रुपया में गिरावट (Depreciation of Indian Rupee): अगर भारतीय रुपया कमजोर होता है, तो आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं, जिसमें सोना भी शामिल है।
सोने के भाव भविष्य में कैसे रहेंगे? (Future of Gold Prices)
सोने की कीमतों का भविष्य कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनका पूर्वानुमान लगाना मुश्किल है। हालांकि, ऊपर बताए गए कारणों को देखते हुए, यह माना जा सकता है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में कुछ उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।
आज भारतीय सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। विभिन्न वैश्विक और घरेलू कारकों के कारण सोने की कीमतों में उछाल आया है।
सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक : Sonne Ki Kimaton Ko Prabhaavit Karne Wale Karak
सोने की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं, जिन्हें समझना सोने में निवेश करने या खरीददारी का फैसला लेने में आपकी मदद कर सकता है. आइए इन कारकों पर एक नज़र डालें:
- वैश्विक बाजार (Vaishvik Bazaar): सोना एक वैश्विक वस्तु है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतें भारत में सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं. जब वैश्विक बाजार में सोने की मांग बढ़ती है, तो भारत में भी सोना महंगा हो जाता है, और इसके विपरीत.
- डॉलर की गतिविधियां (Dollar Ki Gatividhiyaan): सोना आमतौर पर अमेरिकी डॉलर में कारोबार करता है. जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना सस्ता हो जाता है, क्योंकि डॉलर में सोना खरीदना अपेक्षाकृत सस्ता हो जाता है. इसी तरह, कमजोर डॉलर सोने को अधिक आकर्षक बनाता है, जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है.
- भारतीय रुपया का मूल्य (Bhartiya Rupaya Ka Muly): भारतीय रुपये का मूल्य डॉलर के संबंध में सोने की कीमतों को भी प्रभावित करता है. मजबूत रुपया आयात को सस्ता बनाता है, जिससे सोना थोड़ा सस्ता हो सकता है. वहीं, कमजोर रुपया आयात को महंगा बनाता है, जिससे सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं.
- सरकारी नीतियां (Sarkari Nitiyan): सरकार सोने के आयात शुल्क और करों को बदलकर सोने की कीमतों को नियंत्रित करने का प्रयास कर सकती है. उच्च आयात शुल्क सोने को अधिक महंगा बना सकते हैं.
- कच्चे तेल की कीमतें (Kachche Tel Ki Kimaten): अ不安 और अनिश्चितता के समय, कच्चा तेल और सोना दोनों को सुरक्षित आश्रय (Safe Haven) माना जाता है. जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो सोने की कीमतें भी बढ़ सकती हैं, क्योंकि निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं.
- เทศवों का मौसम (Tyohaarों Ka Mausam): भारत में, त्योहारों के मौसम में सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें थोड़ी ऊपर जा सकती हैं.
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, और भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि भविष्य में सोने की कीमतें कैसी रहेंगी. इसलिए, सोने में निवेश करने या खरीददारी का फैसला करते समय विभिन्न कारकों पर विचार करना महत्वपूर्ण है.
सोने में निवेश: Sonne Mein Nivesh
सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सोने के गहने खरीदना (Sone Ke Gehne Kharidna): यह सोने में निवेश का सबसे पारंपरिक तरीका है. हालांकि, गहनों पर मेकिंग चार्ज लगता है, जो सोने के वास्तविक मूल्य से अधिक हो सकता है.
- सोने के सिक्के और बिस्कुट (Sone Ke Sikke Aur Biscuit): ये सोने के शुद्ध रूप होते हैं, जिन पर कम मेकिंग चार्ज लगता है.
- गोल्ड बार (Gold Bar): ये बड़ी मात्रा में सोने के होते हैं और आमतौर पर बैंकों और सुरक्षित जमा गृहों (Safe Deposit Vault) में रखे जाते हैं.
- गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF – Gold Exchange Traded Fund): ये एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं जो सोने की कीमतों को ट्रैक करते हैं. गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना सोने में निवेश का एक सुविधाजनक तरीका है.
अतिरिक्त संसाधन:
- इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA): Click here for IBJA
- वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC): https://www.gold.org/
उम्मीद है कि यह लेख आपको आज के सोने के भाव और बाजार के रुझान को समझने में मदद करेगा। यदि आपके कोई अन्य प्रश्न हैं, तो कृपया बेझिझक पूछें।