Pakistan Election Result 2024: चुनाव नतीजों से साफ है कि पाकिस्तान में इमरान खान की लोकप्रियता अभी भी कायम है।Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) बिना सिंबल के चुनाव चुनाव मैदान में उतरी। और उसके नेता स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर निर्दलीय चुनाव लड़ा, फिर भी लोगों ने उन्हें समर्थन दिया।
पाकिस्तान में आम संसदीय चुनाव के लिए मतदान हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक चुनाव के अंतिम नतीजे घोषित नहीं हुए हैं। अभी तक आए नतीजों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की चुनौतियां भविष्य में बढ़ सकती हैं। सियासी संकट गहराएगा और अब सरकार बनाने के लिए सियासी जोड़-तोड़ की राजनीति होगी। इन सब से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ना तय है।
पार्टी | अध्यक्ष | जीते सीट्स |
---|---|---|
तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) | इमरान खान | 93 |
पीएमएल-एन पार्टी | नवाज शरीफ | 73 |
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी | बिलावल भुट्टो | 54 |
अन्य | 40 |
पाकिस्तान चुनाव की कुछ बड़ी बातें
अब तक घोषित नतीजों में इमरान खान की Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) पार्टी समर्थित 93 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। नवाज शरीफ की Pakistan Muslim League (Nawaz) (PML-N) ने 73 सीटें और बिलावल भुट्टो की Pakistan People’s Party (PPP) ने 54 सीटें जीतीं। आठ सीटों के चुनाव नतीजे अभी भी प्रतीक्षित हैं।
इमरान खान की पार्टी के पास सबसे ज्यादा समर्थक हैं लेकिन बहुमत से अब भी 31 सीटें पीछे हैं। फिलहाल नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की पार्टियों के बीच बैठक चल रही है लेकिन अगर वे मिलते भी हैं तो बहुमत तक नहीं पहुंच पाएंगे। ऐसे में नवाज शरीफ की पार्टी कई स्वतंत्र सांसदों के संपर्क में है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने चुनाव नतीजों में देरी की वजह बताते हुए कहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से जो इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया गया था, उस वजह से नतीजों को ट्रांसमिट करने में देरी हो रही है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के हिसाब से माना जाता है कि नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली राजनीतिक पार्टी Pakistan Muslim League (Nawaz) (PML-N) को पाकिस्तान सेना का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में पाकिस्तानी सेना नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री नियुक्त करने का रास्ता जरूर निकालेगी। कई स्वतंत्र सांसदों के नवाज शरीफ की पार्टी का समर्थन करने की संभावना है। इसकी घोषणा तीन स्वतंत्र प्रतिनिधियों ने भी की।
चुनाव नतीजों से स्पष्ट है कि पाकिस्तान में इमरान खान की लोकप्रियता बरकरार है। Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) ने बिना सिंबल के चुनाव लड़ा और उसके नेता निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़े। लेकिन लोगों ने उनका समर्थन किया।
पीटीआई ने चुनाव नतीजों में धांधली को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीटीआई ने आज ऐलान किया कि वह लाहौर और रावलपिंडी समेत कई शहरों में सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करेगी।
Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) के कई नेताओं ने चुनाव नतीजों में धांधली का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। माना जा रहा है कि पीटीआई के कई नेता भी कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। ऐसे में अगर कोर्ट में सुनवाई जारी रहती है तो पाकिस्तान का भविष्य फंसता नजर आ रहा है।
नवाज शरीफ ने Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) के अलावा अन्य पार्टियों से गठबंधन कर सरकार बनाने का न्योता दिया था। नवाज शरीफ के अनुरोध पर एमक्यूएम प्रतिनिधिमंडल आज लाहौर में है और उसके Pakistan Muslim League (Nawaz) (PML-N) नेतृत्व से मिलने की संभावना है। Pakistan Muslim League (Nawaz) (PML-N) और Pakistan People’s Party (PPP) के बीच भी बातचीत चल रही है लेकिन अभी तक कुछ तय नहीं हुआ है।
पाकिस्तान में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं है। ऐसे में जोड़-तोड़ की राजनीति और कई नेताओं के कोर्ट जाने से पाकिस्तान में सरकार गठन में देरी होने का डर है। ऐसे में गंभीर आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है।
पाकिस्तान में शुरू हो सकता है विरोध का दौर। Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) के अलावा पाकिस्तान की जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी ने भी चुनाव नतीजों में धांधली के आरोपों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।