PM Modi Announces 4 Astronauts for Gaganyaan: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान मिशन, Gaganyaan के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 फरवरी, 2024 को देश को इन चारों वीरों से परिचित कराया।
PM Modi Announces 4 Astronauts for Gaganyaan: चुने गए अंतरिक्ष यात्री
- प्रशांत नायर
- अंगद प्रताप
- अजित कृष्णन
- शुभांशु शुक्ला
ये सभी अनुभवी पायलट हैं जिन्हें कठोर शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा है। अब उन्हें रूस में आगे के प्रशिक्षण से गुजरना होगा, जिसमें Gaganyaan यान के संचालन और अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी वातावरण के अनुकूलन का प्रशिक्षण शामिल है।
ISRO का लक्ष्य 2024 के अंत तक Gaganyaan Mission को लॉन्च करना है। मिशन में तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे, जो 5 से 7 दिनों तक निचली कक्षा में पृथ्वी की परिक्रमा करेंगे। यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा और यह देश को अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करने में सक्षम बनाएगा।
Gaganyaan Mission Selection Process: की चयन प्रक्रिया
Gaganyaan Mission के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन एक कठिन और बहु-चरणीय प्रक्रिया थी। इसमें शामिल थे:
- शारीरिक परीक्षण: इसमें तनाव, थकान और विकिरण के प्रति सहनशीलता जांचने के लिए विभिन्न मेडिकल जांच शामिल थीं।
- मनोवैज्ञानिक परीक्षण: अंतरिक्ष यात्रियों के मानसिक स्वास्थ्य और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता का आकलन किया गया।
- समूह अभ्यास: टीम वर्क, नेतृत्व कौशल और संकट प्रबंधन का परीक्षण करने के लिए समूह गतिविधियों का आयोजन किया गया।
- उड़ान सिमुलेटर प्रशिक्षण: अंतरिक्ष यात्रियों को Gaganyaan यान के संचालन और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए उन्नत उड़ान सिमुलेटरों में प्रशिक्षण दिया गया।
इन चरणों को पार करने के बाद ही इन चारों को अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया।
Next Step of Gaganyaan Mission: रूसी प्रशिक्षण
अब चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों को रूस में आगे के गहन प्रशिक्षण से गुजरना होगा। यह प्रशिक्षण रूसी अंतरिक्ष एजेंसी, रोस्कॉसमोस के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। इसमें शामिल रहेंगे:
- गगनयान यान प्रणालियों का संचालन: यान के विभिन्न उप-प्रणालियों जैसे जीवन रक्षा प्रणाली, संचार प्रणाली और नेविगेशन प्रणाली को चलाने का गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- माइक्रोग्रैविटी वातावरण का अनुकूलन: अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में अनुभव होने वाले अल्प गुरुत्वाकर्षण वातावरण के अनुकूल बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें सिमुलेटेड माइक्रोग्रैविटी वातावरण में विभिन्न कार्यों का अभ्यास करना शामिल है।
- रूसी भाषा सीखना: रूस के साथ सहयोग के कारण, यात्रियों को रूसी भाषा का बुनियादी ज्ञान प्राप्त करना होगा।
इस प्रशिक्षण के बाद ही अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन के लिए पूरी तरह तैयार माने जाएंगे।
We are witnessing another historic journey at Vikram Sarabhai Space Centre: PM @narendramodi pic.twitter.com/lVObF7AFHJ
— PMO India (@PMOIndia) February 27, 2024
Importance of Gaganyaan Mission:
Gaganyaan Mission भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक मील का पत्थर है। यह न केवल अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा बल्कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में भी देश के विकास को गति देगा। मिशन के सफल होने से भारत अंतरिक्ष यात्रा करने वाले चौथे देश के रूप में रूस, अमेरिका और चीन के क्लब में शामिल हो जाएगा। यह उपलब्धि निश्चित रूप से पूरे देश के लिए गौरव का क्षण होगा।