Top 10 Most Populous Cities in India: भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है, और शहरीकरण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। कई भारतीय शहरों की आबादी तेजी से बढ़ रही है, जिससे बुनियादी ढांचे पर दबाव बढ़ रहा है। आइए भारत के 10 सबसे अधिक आबादी वाले शहरों पर एक नज़र डालें और देखें कि वे किस रफ्तार से आगे बढ़ रहे हैं।
शहर (City) | राज्य (State) | अनुमानित जनसंख्या (Estimated Population) (2023) |
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1. मुंबई (Mumbai) | महाराष्ट्र (Maharashtra) | 23.0 करोड़ |
2. दिल्ली (Delhi) | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Territory) | 19.0 करोड़ |
3. बेंगलुरु (Bengaluru) | कर्नाटक (Karnataka) | 13.0 करोड़ |
4. चेन्नई (Chennai) | तमिलनाडु (Tamil Nadu) | 11.5 करोड़ |
5. हैदराबाद (Hyderabad) | तेलंगाना (Telangana) | 10.0 करोड़ |
6. अहमदाबाद (Ahmedabad) | गुजरात (Gujarat) | 8.5 करोड़ |
7. कोलकाता (Kolkata) | पश्चिम बंगाल (West Bengal) | 14.0 करोड़ |
8. सूरत (Surat) | गुजरात (Gujarat) | 7.0 करोड़ |
9. पुणे (Pune) | महाराष्ट्र (Maharashtra) | 6.5 करोड़ |
10. जयपुर (Jaipur) | राजस्थान (Rajasthan) | 6.0 करोड़ |
ध्यान दें (Note):
- यह आंकड़े अनुमानित हैं और विभिन्न स्रोतों से प्राप्त किए गए हैं।
- कोलकाता की जनसंख्या को लेकर कुछ विवाद है। हमने दो अलग-अलग स्रोतों से प्राप्त आंकड़े शामिल किए हैं।
इन शहरों की तेजी से बढ़ती आबादी के कुछ कारण (Reasons for Rapidly Growing Population in These Cities):
- बेहतर रोजगार के अवसरों की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का पलायन (Migration from rural areas in search of better job opportunities)
- शैक्षणिक संस्थानों की मौजूदगी (Presence of educational institutions)
- बेहतर चिकित्सा सुविधाएं (Better medical facilities)
- बेहतर बुनियादी ढांचा (Improved infrastructure)
** तेजी से बढ़ती आबादी की चुनौतियां (Challenges of Rapidly Growing Population):**
- बुनियादी ढांचे पर दबाव (Strain on infrastructure)
- गरीबी और बेरोजगारी (Poverty and unemployment)
- प्रदूषण (Pollution)
- यातायात की भीड़ (Traffic congestion)
Top 10 Most Populous Districts in India
आबादी के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। देश के विभिन्न राज्यों में कई जिलों की आबादी काफी अधिक है। आइए भारत के 10 सबसे अधिक आबादी वाले जिलों पर एक नजर डालते हैं, यह आंकड़े 2011 की जनगणना के अनुसार हैं क्योंकि 2021 की जनगणना का पूरा डाटा अभी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
ध्यान दें (Note): 2021 की जनगणना का पूरा डाटा जारी होने के बाद, आबादी के आंकड़ों में कुछ परिवर्तन हो सकते हैं।
रैंक (Rank) | जिला (District) | राज्य (State) | अनुमानित जनसंख्या (2011 की जनगणना के अनुसार) (Approx. Population (As per 2011 Census)) |
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1 | उत्तर 24 परगना (North 24 Parganas) | पश्चिम बंगाल (West Bengal) | 10,082,852 |
2 | मुंबई उपनगरीय (Mumbai Suburban) | महाराष्ट्र (Maharashtra) | 9,927,333 |
3 | दिल्ली जिला (Delhi District) | दिल्ली (Delhi) | 16,787,865 |
4 | थिरुवल्लूर (Thiruvallur) | तमिलनाडु (Tamil Nadu) | 9,833,708 |
5 | पुणे (Pune) | महाराष्ट्र (Maharashtra) | 9,426,959 |
6 | कानपुर नगर (Kanpur Nagar) | उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) | 4,488,277 |
7 | ईरोड (Erode) | तमिलनाडु (Tamil Nadu) | 5,228,044 |
8 | गाजियाबाद (Ghaziabad) | उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) | 4,661,502 |
9 | मेरठ (Meerut) | उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) | 8,080,118 |
10 | हैदराबाद (Hyderabad) | तेलंगाना (Telangana) | 7,750,678 |
Top 10 Most Populous cities by density in India
आबादी के लिहाज से भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है, लेकिन सिर्फ आबादी ही सब कुछ नहीं बताती। यह जानना भी ज़रूरी है कि यह आबादी किस क्षेत्र में रहती है। यही वजह है कि जनसंख्या घनत्व (density) एक महत्वपूर्ण कारक है। आइए भारत के 10 सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले शहरों पर एक नज़र डालें:
ध्यान दें (Note):
- आधिकारिक आंकड़ों की उपलब्धता के कारण, 2023 के अनुमानों के साथ तालिका बनाई गई है।
- जनसंख्या घनत्व की गणना शहर की कुल आबादी को उसके क्षेत्रफल से विभाजित करके की जाती है। इसे आमतौर पर व्यक्त किया जाता है प्रति वर्ग किलोमीटर व्यक्तियों की संख्या (people per square kilometre) के रूप में।
रैंक (Rank) | शहर (City) | राज्य (State) | अनुमानित जनसंख्या (2023) | क्षेत्रफल (Area) ( वर्ग किमी) | अनुमानित जनसंख्या घनत्व (वर्ग किमी प्रति व्यक्ति) | |
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1 | मुंबई (Mumbai) | महाराष्ट्र (Maharashtra) | 23.0 करोड़ | 603.4 | 38,145 | 38,145 |
2. | दिल्ली (Delhi) | राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Territory) | 19.0 करोड़ | 1,484 | 12,801 | |
3. | कोलकाता (Kolkata) | पश्चिम बंगाल (West Bengal) | 14.0 करोड़ | 185 | 75,675 | |
4. | चेन्नई (Chennai) | तमिलनाडु (Tamil Nadu) | 11.5 करोड़ | 426 | 27,019 | |
5. | अहमदाबाद (Ahmedabad) | गुजरात (Gujarat) | 8.5 करोड़ | 557 | 15,260 | |
6. | हावड़ा (Howrah) | पश्चिम बंगाल (West Bengal) | 39.7 लाख | 14.16 | 2,802 |
- थिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) | केरल (Kerala) | 1.00 करोड़ | 218.92 | 4,569 |
ये आंकड़े दर्शाते हैं कि:
- भारत के कई महानगरों में अत्यधिक जनसंख्या घनत्व है।
- मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों में जनसंख्या घनत्व 30,000 से अधिक प्रति वर्ग किलोमीटर है।
अत्यधिक जनसंख्या घनत्व के कुछ परिणाम (Some Consequences of High Population Density):
- सीमित संसाधनों पर दबाव (Strain on limited resources)
- गरीबी और बेरोजगारी (Poverty and unemployment)
- प्रदूषण (Pollution)
- यातायात की भीड़ (Traffic congestion)
- अपराध (Crime)
भारत के शहरों के नियोजित विकास के लिए जनसंख्या घनत्व को कम करने के उपायों पर विचार करना आवश्यक है।
इन शहरों में से अधिकांश शहर देश के आर्थिक और औद्योगिक केंद्र हैं। उच्च जनसंख्या घनत्व के कारण इन शहरों में रहने की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। यातायात की भीड़, प्रदूषण और बुनियादी सुविधाओं तक सीमित पहुंच जैसी समस्याएं आम हैं।
भारत के शहरों का भविष्य टिकाऊ शहरी विकास (sustainable urban development) पर निर्भर करता है। ऐसी योजनाओं को लागू करने की आवश्यकता है जो आर्थिक विकास को बढ़ावा दें, साथ ही रहने की स्थिति में भी सुधार लाएं।