Who is Hiren Joshi: Hiren Joshi वो नाम जो अक्सर विपक्ष के नेताओं की जुबान पर रहता है और हाल ही के दिनों में आज तक के एजेंडा प्रोग्राम में कांग्रेस के प्रवक्ता Pawan Kheda ने Anjana Om Kashyap के सामने भी ले लिया और आरोप लगाया कि Hiren Joshi के ऑर्डर पर ही सभी बड़े-बड़े न्यूज चैनल्स डिबेट्स करते हैं। उनका एजेंडा सेट करते हैं उनके इशारों पर चलते हैं। और Pawan Kheda यह भी कहते हैं, कि “आप डरते होंगे Hiren Joshi का नाम लेने से पर मैं नहीं डरता। मैं Hiren Joshi का नाम ले रहा हूं, ना आप मत लीजिए मैं तो लूंगा मैं विपक्ष में हूं, मैं नाम भी नहीं लू कि कौन है जो आज मीडिया की हत्या कर रहा है? मैं नाम लूंगा मुझे कोई डर नहीं है“, लेकिन आखिर कौन है यह Hiren Joshi जो समय-समय पर विपक्ष के कई नेताओं की जबान पर आता रहता है? और जिस पर मीडिया को अपने इशारों पर चलाने का आरोप भी है।
अरविंद केजरीवाल से लेकर Pawan Kheda और विपक्ष के तमाम नेता ऐसे आरोप पहले भी लगा चुके हैं। दरअसल 51 साल के हीरेन जोशी देश की सत्ता के केंद्र साउथ ब्लॉक यानी कि प्रधानमंत्री कार्यालय में नरेंद्र मोदी के OSD हैं। यानी कि विशेष कार्य अधिकारी के रूप में तैनात है PMO में उनका ओहदा जॉइंट सेक्रेटरी के स्तर का है। आधिकारिक तौर पर उन्हें संचार और IT का OSD बनाया गया है। लेकिन सत्ता के गलियारों में जो काना फूसी चलती है, उसके मुताबिक Hiren Joshi जी फिलहाल वह प्रधानमंत्री की आंख और कान है। प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया हैंडल उनके जरिए ही प्रबंधित होता है।
Hiren Joshi साल 2008 से ही नरेंद्र मोदी के OSD के रूप में काम काम कर रहे हैं। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। 2014 में मोदी दिल्ली पहुंचे तो Hiren Joshi भी PMO बुला लिए गए। 2019 में जब मोदी दोबारा प्रधानमंत्री चुने गए तब Hiren Joshi जी को फिर से पदोन्नत करते हुए जॉइंट सेक्रेटरी समकक्ष का ओहदा दे दिया गया।
Hiren Joshi प्रधानमंत्री के कितने खास हैं, इसे इस बात से समझिए कि उन्हें नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के चार दिन बाद ही गुजरात से PMO बुला लिया था। Hiren Joshi और Narendra Modi की मुलाकात किसी फिल्मी कहानी सी है बात उन दिनों की है जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे।
गुजरात में तैनात एक अधिकारी बताते हैं कि, गुजरात सरकार ने इंजीनियर्स के लिए एक प्रोग्राम रखा था। प्रोग्राम में कोई तकनीकी दिक्कत आ गई उस समय मोदी भी कार्यक्रम में मौजूद थे। Hiren Joshi ने कुछ ही मिनटों में दिक्कत को दूर कर दिया कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो गया, और मोदी उनसे बहुत प्रभावित हो गए। यह घटना दोनों की जान पहचान का कारण बन गई। 2008 में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना OSD बना लिया। जानकारी यह भी है कि Hiren Joshi के पास प्रधानमंत्री के सभी सोशल मीडिया को हैंडल करने की जिम्मेदारी है। वह वेबसाइट ब्लॉग सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे twitter.com, वह मंत्रालय और भारतीय उच्च आयोग के अधिकारियों को सोशल मीडिया के बारे में बताते हैं।
साथ ही उनकी निगरानी भी करते हैं 2014 लोकसभा चुनाव की तैयारी के दौरान अलग-अलग भाषाओं में मोदी के जरिए किए जाने वाले ट्वीट उनकी ही देखरेख में हुए थे। आज तक के एजेंडा प्रोग्राम में जब Pawan Kheda ने Hiren Joshi का नाम लिया तो Anjana Om Kashyap उनको रोकती हुई नजर आई थी। लेकिन यह पहली बार नहीं है साल 2022 में भी केजरीवाल ने Hiren Joshi पर कई आरोप ल लगाए थे। PMO कवर करने वाले एक पत्रकार बताते हैं कि केजरीवाल ने जो बात हीरें जोशी को लेकर कही है उसमें एक हद तक सच्चाई है।
सीधे धमकी नहीं दी जाती, लेकिन रिपोर्टर्स को बोल दिया जाता है कि वह अपने संपादक को बता दें कि PMO नाराज है। एक पत्रकार यह भी बताते हैं कि, Hiren Joshi ही टीवी डिबेट का नैरेटिव सेट करते हैं, जो खास पत्रकारों को भेजा जाता है। जिसके बाद टीवी पर आप खुद बखुदा ट्वीट करना है, ट्वीट करने के बाद पत्रकारों को अपना ट्वीट पीएमओ से साझा करना पड़ता है। जोशी की टीम पत्रकारों के ऊपर निगरानी रखती है। हालांकि कुछ पत्रकार ऐसे भी हैं जिनका मानना है कि यह सच नहीं है।
अहमदाबाद में एक अखबार में बतौर संपादक 10 साल काम करने वाले एक पत्रकार कहते हैं, “मैंने 10 साल बतौर एडिटर के तौर पर काम किया, लेकिन कभी हिरेन का फोन नहीं आया। या कभी कुछ कहा गया हो। जो खबर होती है वह हम छाप देते हैं।”
वैसे ऐसा नहीं है कि कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने पहली बार Hiren Joshi का नाम किसी टीवी डिबेट या टीवी चैनल पर लिया हो और मीडिया को डराने या धमकाने का आरोप लगाया हो इससे पहले भी साल 2021 में कांग्रेस के प्रवक्ता Pawan Kheda एबीपी न्यूज़ के एक प्रोग्राम में हीरेन जोशी का नाम ले चुके हैं।